CTET 2015 Exam Notes : Teaching of Mathematics in Hindi Medium
गणित शिक्षण के उद्देश्य
गणित एक बहुत सी महत्वपूर्ण विषय है इसकों हम गणनाओं का विज्ञान, संख्याओं तथा स्थान का विज्ञान मानते है इसको कोई मापन (माप तोल) मात्रा और (दिशा आकार प्रकार) का विज्ञान भी मानते है वास्तव में गणित का शाब्दिक अर्थ होता है में प्रयुक्त करते है गणितज्ञ सार्थक विभिन्न टेम्पल बैल ने गणित को विज्ञान की रानी एवं नौकर माना है विभिन्न-2 परिभाषाओं के आधर पर गणित के सम्बन्ध मे ंसारांध रूप से वह सकते है।
1. गणित विज्ञान की क्रमबद्ध संगठित तथा यर्थार्थ शाखा है।
2. यह विज्ञान का अमूर्त रूप है।
3. गणित स्थान तथा संख्याओं का विज्ञान है।
4. गणित वह विज्ञान है जिसके आवश्यक निष्कर्ष निकाले जाते है।
5. गणित गणनाओं का विज्ञान है।
6. यह तार्कित का विज्ञान है।
7. यह आगनात्मक तथा प्रायोगिक विज्ञान है।
8. यह मापन मात्रा (परिभाषा) तथा दिशा का विज्ञान है।
9. इसमें मात्रात्म्क तथ्यों और सम्बन्धों का अध्ययन किया जाता है।
10. गणित के अध्ययन से मस्तिष्क में तर्क करने की आदत स्थापित होती है।
यंग के अनुसार - यदि विज्ञान का आधार स्तम्भ गणित हटा दिया जाये तो सम्पूर्ण भौतिक सभ्यता निःसन्देह नष्ट हो जायेगी। किसी ने सच कहा है कि विज्ञान उस सीमा तक ही सत्य है जंहा तक कि उसमें गणित का उपयोग हुआ है।
गणित शिक्षण के उद्देश्य (Aims of mathematics teaching)
N.C.E.R.T के अनुसार माध्यमिक स्तर पर गणित शिक्षक के निम्नलिखित उद्देश्य है।
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